Daily Readings

Mass Readings for
12 - Dec- 2025
Friday, December 12, 2025
Liturgical Year A, Cycle II

Our Lady of Guadalupe - Feast

दैनिक पाठ:
पहला पाठ: इसायाह का ग्रन्थ 48:17-19
स्तोत्र: स्तोत्र ग्रन्थ 1:1-6
सुसमाचार : सन्त मत्ती 11:16-19

माता मरियम की माला विनती: दु:ख के पाँच भेद


आगमन का दूसरा सप्ताह – शुक्रवार

पहला पाठ: इसायाह का ग्रन्थ 48:17-19
भंजन: स्तोत्र ग्रन्थ 1:1-6
सुसमाचार: सन्त मत्ती 11:16-19

First Reading
इसायाह का ग्रन्थ 48:17-19
"यदि तुमने मेरी आज्ञाओं का पालन किया होता।"

प्रभु, इस्राएल का परमपावन ईश्वर, तुम्हारा उद्धारक यह कहता है, "मैं प्रभु, तुम्हारा ईश्वर हूँ। मैं तुम्हें कल्याण की बातें बतलाता हूँ और मार्ग में तुम्हारा पथ-प्रदर्शन करता हूँ। यदि तुमने मेरी आज्ञाओं का पालन किया होता, तो तुम्हारी सुख-शांति नदी की तरह उमड़ती रहती और तुम्हारी धार्मिकता समुद्र की लहरों की तरह। तुम्हारे वंशज बालू की तरह हो गये होते, तुम्हारी सन्तति उसके कणों की तरह असंख्य हो जाती। उसका नाम कभी नहीं मिटता और मैं उसे कभी अपनी दृष्टि से दूर नहीं करता।"

प्रभु की वाणी।

Responsorial Psalm
स्तोत्र ग्रन्थ 1:1-6
अनुवाक्य :हे प्रभु ! जो तेरा अनुसरण करेगा, उसे जीवन की ज्योति प्राप्त होगी।

धन्य है वह मनुष्य, जो दुष्टों की सलाह नहीं सुनता, जो पापियों के मार्ग पर नहीं चलता और अधर्मियों के साथ नहीं बैठता, जो प्रभु का नियम हृदय से चाहता और उसका रात-दिन मनन करता है।
अनुवाक्य :हे प्रभु ! जो तेरा अनुसरण करेगा, उसे जीवन की ज्योति प्राप्त होगी।

वह उस वृक्ष के सदृश है, जो जलस्रोत के किनारे लगाया गया है, जो समय पर फल देता और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। वह मनुष्य अपने सब कामों में सफल हो जाता है।
अनुवाक्य :हे प्रभु ! जो तेरा अनुसरण करेगा, उसे जीवन की ज्योति प्राप्त होगी।

दुष्ट लोग ऐसे नहीं होते, नहीं होते; वे तो पवन द्वारा छितरायी हुई भूसी के सदृश हैं। प्रभु धर्मियों के मार्ग की रक्षा करता है, किन्तु दुष्टों का मार्ग विनाश की ओर ले जाता हैI
अनुवाक्य :हे प्रभु ! जो तेरा अनुसरण करेगा, उसे जीवन की ज्योति प्राप्त होगी।

Gospel
सन्त मत्ती 11:16-19
वे न तो योहन की बात सुनते हैं और न मानव पुत्र की।

येसु ने लोगों से कहा, "मैं इस पीढ़ी की तुलना किस से करूँ? वे बाजार में बैठे हुए छोकरों के सदृश्य हैं जो अपने साथियों को पुकार कर कहते हैं- हमने तुम्हारे लिए बाँसुरी बजायी और तुम नहीं नाचे; हमने विलाप किया और तुमने छाती नहीं पीटी।” क्योंकि योहन बपतिस्ता आया जो न खाता और न पीता है और वे कहते हैं - उसे अपदूत लगा है। मानव पुत्र आया, जो खाता-पीता है और वे कहते हैं - देखो, यह आदमी पेटू और पियक्कड़ है, नाकेदारों और पापियों का मित्र है। किन्तु ईश्वर का विधान परिणामों द्वारा उचित प्रमाणित हुआ है। "

प्रभु का सुसमाचार।