Daily Readings

Mass Readings for
11 - Dec- 2025
Thursday, December 11, 2025
Liturgical Year A, Cycle II
Thursday of the Second week of Advent

दैनिक पाठ:
पहला पाठ: इसायाह का ग्रन्थ 41:13-20
स्तोत्र: स्तोत्र ग्रन्थ 145:1, 9, 10-11, 12-13
सुसमाचार : सन्त मत्ती 11:11-15

Saint Damasus I, pope - Optional Memorial

माता मरियम की माला विनती: ज्योति के पाँच भेद


आगमन का दूसरा सप्ताह – बृहस्पतिवार

पहला पाठ: इसायाह का ग्रन्थ 41:13-20
भंजन: स्तोत्र ग्रन्थ 145:1, 9, 10-11, 12-13
सुसमाचार: सन्त मत्ती 11:11-15

First Reading
इसायाह का ग्रन्थ 41:13-20
"मैं, इस्राएल का परमपावन ईश्वर तुम्हारा मुक्तिदाता हूँ।"

मैं तुम्हारा प्रभु-ईश्वर हूँ। मैं तुम्हारा दाहिना हाथ पकड़ कर तुम से कहता हूँ- मत डरो, देखो, मैं तुम्हारी सहायता करूँगा। याकूब ! हे इस्राएल ! तुम कीड़े जैसे हो गये हो। प्रभु कहता है - मैं तुम्हारी सहायता करूँगा, इस्राएल का परमपावन प्रभु तुम्हारा उद्धारक है I मैं तुम को दँवरी का यंत्र बनाता हूँ - नया, दुधारा और पैना। तुम पहाड़ों को दाँव कर चूर-चूर करोगे और पहाड़ियों को भूसी बना दोगे। तुम उन्हें ओसाओगे - हवा उन्हें उड़ा ले जायेगी और आँधी उन्हें छितरा देगी। तुम प्रभु में आनन्द मनाओगे और इस्राएल के परमपावन ईश्वर पर गौरव करोगे। दरिद्र पानी ढूँढ़ते हैं और पाते नहीं, उनकी जीभ प्यास के मारे सूख गयी है। मैं, प्रभु उनकी दुहाई पर ध्यान दूँगा; मैं, इस्राएल का ईश्वर उन्हें नहीं त्यागूँगा। मैं उजाड़ पहाड़ियों पर से नदियाँ और घाटियों में जलधाराएँ बहा दूँगा। मैं मरुभूमि को झील बनाऊँगा और सूखी भूमि को जल स्रोतों से भर दूँगा। मैं मरुभूमि में देवदार, बबूल, मेंहदी और जैतून लगा दूँगा। मैं उजाड़खण्ड में खजूर, चीड़ और चनार के वृक्ष लगाऊँगा। इस प्रकार सब देख कर जानेंगे, सब उस पर विचार कर स्वीकार करेंगे कि प्रभु ने यह सब किया है, इस्राएल के परमपावन ईश्वर ने इसकी सृष्टि की है।

प्रभु की वाणी।

Responsorial Psalm
स्तोत्र ग्रन्थ 145:1, 9, 10-11, 12-13
अनुवाक्य :प्रभु दया और अनुकम्पा से परिपूर्ण है, वह सहनशील और अत्यन्त प्रेममय है।

हे मेरे ईश्वर ! मेरे राजा ! मैं तेरी स्तुति करूँगा। मैं सदा-सर्वदा तेरा नाम धन्य कहूँगा। प्रभु सबों का कल्याण करता है, वह अपनी सारी सृष्टि पर दया करता है।
अनुवाक्य :प्रभु दया और अनुकम्पा से परिपूर्ण है, वह सहनशील और अत्यन्त प्रेममय है।

हे प्रभु! तेरी सारी सृष्टि तेरा धन्यवाद करे, तेरे भक्त तुझे धन्य कहें। वे तेरे राज्य की महिमा गायें, और तेरे सामर्थ्य का बखान करें।
अनुवाक्य :प्रभु दया और अनुकम्पा से परिपूर्ण है, वह सहनशील और अत्यन्त प्रेममय है।

जिससे सभी मनुष्य तेरे महान कार्य और तेरे राज्य की अपार महिमा जान जायें। तेरे राज्य का कभी अन्त नहीं होगा। तेरा शासन पीढ़ी-दर- पीढ़ी बना रहेगा।
अनुवाक्य :प्रभु दया और अनुकम्पा से परिपूर्ण है, वह सहनशील और अत्यन्त प्रेममय है।

Gospel
सन्त मत्ती 11:11-15
“योहन बपतिस्ता से बड़ा कोई पैदा नहीं हुआ।”

येसु ने लोगों से कहा, "मैं तुम लोगों से कहे देता हूँ - मनुष्यों में योहन बपतिस्ता से बड़ा कोई पैदा नहीं हुआ। फिर भी, स्वर्गराज्य में जो सब से छोटा है, वह योहन से बड़ा है। योहन बपतिस्ता के समय से आज तक लोग स्वर्ग राज्य के लिए बहुत प्रयत्न करते हैं और जिन में उत्साह है, वे उस पर अधिकार प्राप्त करते हैं। योहन तक के नबी, और संहिता भी, सब के सब राज्य के विषय में केवल भविष्यवाणी कर सके। तुम चाहो तो मेरी - बात मान लो कि योहन वही एलियस है, जो आने वाला था। जिसके सुनने के कान हों, वह सुन ले।"

प्रभु का सुसमाचार।