Daily Readings
Liturgical Year C, Cycle I
Saints Simon and Jude, apostles - Feast
दैनिक पाठ:
पहला पाठ: Ephesians 2:19-22
स्तोत्र: स्तोत्र ग्रन्थ 19:2-3, 4-5
सुसमाचार : सन्त लूकस 6:12-16
माता मरियम की माला विनती: दु:ख के पाँच भेद
Daily Readings
सन्त सिमोन और यूदस, प्रेरित – पर्व
पहला पाठ: एफ़ेसियों के नाम सन्त पौलुस का पत्र 2:19-22
भंजन: स्तोत्र ग्रन्थ 19:2-3, 4-5
सुसमाचार: सन्त लूकस 6:12-16
First Reading
एफ़ेसियों के नाम सन्त पौलुस का पत्र 2:19-22
"आप लोगों का निर्माण उस भवन के रूप में हुआ है, जो प्रेरितों की नींव पर खड़ा है।"
आप लोग अब परदेशी अथवा प्रवासी नहीं रहे, बल्कि सन्तों के सह-नागरिक तथा ईश्वर के घराने के सदस्य बन गये हैं। आप लोगों का निर्माण उस भवन के रूप में हुआ है, जो प्रेरितों तथा नबियों की नींव पर खड़ा है और जिसका कोने का पत्थर स्वयं येसु मसीह हैं। उन्हीं के द्वारा समस्त भवन संघटित हो कर प्रभु के लिए पवित्र मंदिर का रूप धारण कर रहा है। उन्हीं के द्वारा आप लोग भी इस भवन में जोड़ दिये जाते हैं, जिससे आप ईश्वर के लिए एक आध्यात्मिक निवास बन जायें।
प्रभु की वाणी।
Responsorial Psalm
स्तोत्र ग्रन्थ 19:2-3, 4-5
अनुवाक्य : इसकी गूंज संसार भर में फैल जाती है।
आकाश ईश्वर की महिमा बखानता है, तारा-मंडल उसका सामर्थ्य प्रकट करता है। दिन-दिन को इसकी कहानी सुनाता है और रात-रात को इसे बताती है।
अनुवाक्य : इसकी गूंज संसार भर में फैल जाती है।
न तो कोई वाणी सुनाई देती है, न कोई शब्द और न कोई स्वर, फिर भी इसकी गूंज संसार भर में फैल जाती है और पृथ्वी के सीमान्तों तक इसकी ध्वनि।
अनुवाक्य : इसकी गूंज संसार भर में फैल जाती है।
Gospel
सन्त लूकस 6:12-16
“येसु ने अपने शिष्यों में से बारह को चुन कर उनका नाम प्रेरित रखा।"
येसु प्रार्थना करने के लिए एक पहाड़ी पर चढ़े और वह रात भर ईश्वर की प्रार्थना में लीन रहे । दिन होने पर उन्होंने अपने शिष्यों को पास बुलाया और उन में से बारह को चुन कर उनका नाम 'प्रेरित' रखा सिमोन (जिसे उन्होंने पेत्रुस नाम दिया) और उसके भाई अंद्रेयस को; याकूब और योहन को; फ़िलिप और बरथोलोमी को; मत्ती और थोमस को; अलफ़ाई के पुत्र याकूब और सिमोन को, जो 'उत्साही' कहलाता है; याकूब के पुत्र यूदस और यूदस इसकारियोती को, जो विश्वासघाती निकला।
प्रभु का सुसमाचार।